बचपन से ही दया भाव था कमज़ोरो को देख विचलित हो जाते थे स्कूल में सहपाठियों के लिए जो बन पडता था वो करने लगे पड़ोसियों और मोहल्ला वालों व रिस्तेदारो की मदद की हमे लगा की हम इसके आगे मदद नहीं कर सकते तब हमने राजनीत में हिस्सा लेना सुरु किया उसी क्रम में २००४ में सपा पार्टी की सदस्यता गृहण की २००५ में हमारी समाज सेवा को देखते हुए राईन समाज के सबसे बड़े संगठन उत्तर प्रदेश जमीयत उर राईन का ज़िलाध्यक्ष चुना गया उसके बाद २००८ में उसी संगठन का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया । दूसरी पसमांदा बिरादरिया छूट जा रही थी हमने २०१० में ऑल इण्डिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ उत्तर प्रदेश की सदस्यता ली और हमारे पुराने अनुभव को देखते हुए हमे प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया और हमने २०१२ में पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी को जिताया पहली बार बहुमत की सरकार बनवाई लेकिन पहले ही की तरह पसमांदा को हिस्सेदारी नही दी और वही से हमने समाजवादी पार्टी का विरोध सुरू किया जिसका नतीज़ा उनको २०१४,२०१७,२०१९ ,२०२२ में देखा और जो भी पार्टिया हमारा वोट लेकर हमे हिस्सेदारी नही देती हैं उनका विरोध करते हैं समाज को हिस्सेदारी के जागरूक कर रहे हैं।