राष्ट्रीय भागीदारी अन्दोलन में आपका स्वागत है, बोधिसत्य, बाबा साहेब डा0 बी0 आर0 अम्बेडकर के अधोषित आंतरिक स्वपन द्वारा संविधान में दी गयी व्यवस्था के तहत देश के शोषित, मजबूर, मजलूम और अपमानित लोग, अपनी शक्ति को जोड़कर बड़ी जनशक्ति बनाकर देश की सत्ता में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना एवं प्रत्येक स्तर पर भागीदारी कायम करना ही राष्ट्रीय भागीदारी अन्दोलन का संकल्प है। संस्था के प्रत्येक सदस्य की एक अपनी जिम्मेदारी है कि वह संगठित हो कर देश में समाज का समन्वय श्रम - कार्य - विकास - परिणाम में समन्वय एवं सबकी हिस्सेदारी निर्मित हो।