अमृता प्रकृति संवर्धन अभियान:
यह अभियान वृक्षों के लिए बलिदान देने वाली माता अमृता देवी बिश्नोई के नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा शुरू किया गया हैं। समाज को जागरूक बनाकर प्रकृति संवर्धन के सभी आयाम ( भूमि , जल , वायु , अग्नि ,आकाश के साथ ही वनस्पति, जीव-जन्तु तथा मनुष्य की प्रकृति ) का संवर्धन करने का स्वभाव बनाने का एक व्यापक अभियान है तथा इसका उद्देश्य प्रकृति संवर्धन के विषय में व्यापक जागरण करते हुए प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को आगे रखते हुए पेड़ लगाकर उसे सुरक्षित, सिंचित करते हुए बड़ा करते के लिए प्रेरित करना है।
अमृता प्रकृति संवर्धन अभियान के मुख्य उद्देश्य -
वृक्षारोपण:
देश भर में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना, जिसमें फलदार वृक्षों, छायादार वृक्षों और औषधीय पौधों को शामिल करना।
जल संरक्षण:
जल संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देना तथा इसका प्रशिक्षण देना है।
भूमि सुपोषण:
भूमि की उर्वरा शक्ति बढाने के लिए पारम्परिक विधिय़ों को जीवन्त करना,गो आधारित कृषि को बढ़ावा देना,धरती को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त करना।
कुटुम्ब प्रबोधन:
हमारी सामाजिक व्यवस्था में कुटुम्ब तथा परिवार संस्कार देने तथा सामाजिक सरोकार के साथ सद्भावना तथा संवेदना सीखाने वाली महत्वपूर्ण संस्था है वर्तमान समय में इसका सशक्तिकरण अति आवश्यक हैं प्रकृति संवर्धन के विषयों को परिवार के माध्यम से स्वभाव में लाया जा सकता है तथा सामुदायिक भागीदारी भी बढाई जा सकती है, नागरिक कर्तव्य तथा शिष्टाचार सिखाया जा सकता है।
अपने जन सरोकारों के अभियान के अन्तर्गत RSS स्वयंसेवक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर रहे हैं, जिनमें परिवारों में स्कूल-कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जल संरक्षण कार्यक्रम में लोगों को वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के तरीकों के बारे में शिक्षित किया जा रहा है, और तालाबों और कुओं के जीर्णोद्धार के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
स्वच्छता अभियान के तहत प्लास्टिक कचरा संग्रह अभियान और नदियों और जल निकायों की सफाई के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
पर्यावरण शिक्षा कार्यशालाओं के तहत स्कूलों और समुदायों में पर्यावरण शिक्षा कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
प्रदर्शनी और जागरूकता कार्यक्रम के तहत पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रदर्शनी और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अमृता प्रकृति संवर्धन अभियान को देश भर में भारी समर्थन मिल रहा है। विभिन्न सामाजिक संस्थाएं , मंदिर ट्रस्ट समितियों के साथ-साथ, कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन भी इस अभियान में भाग ले रहे हैं। यह अभियान भारत में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, और यह आशा की जाती है कि इससे देश में पर्यावरणीय स्थिति में सुधार होगा।