क्षत्रिय समाज का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है, जहां वीरों और वीरांगनाओं ने अपने शौर्य व बलिदानों से सनातन की रक्षा की।
इस देश के कण-कण के लिए समर्पित जैन समाज ने अनेकों बार अपने बलिदान और संस्कारों से इतिहास का निर्माण किया है।
परंतु आज जैन समाज एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में है जहां हजारों प्रतिस्पर्धाएं एवं बंधन हैं, और इस वजह से पिछले कुछ वर्षों में हमारे प्रत्येक स्तर में पतन हुआ है — चाहे वह आर्थिक हो, व्यावसायिक हो या ऐतिहासिक।
इन सभी वर्गों में शक्ति व ऊर्जा उत्पन्न करने हेतु ही जैन क्लब का निर्माण हुआ है, जो कुछ इस प्रकार से पूरे देश के जैन समाज का सहयोग करेगा:
? व्यापार...
जैन क्लब ने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है जिसके द्वारा देश के प्रत्येक जैन व्यापारी के व्यापार को रजिस्टर करके उन्हें अलग-अलग श्रेणियों में प्रतिपादित किया जाएगा,
जिससे देश में कहीं भी किसी जैन व्यक्ति को किसी भी वस्तु की आवश्यकता हो, तो उन्हें जैन समाज से ही वह वस्तु उपलब्ध हो सके।
इसके लिए सर्वप्रथम व्यापारियों को निःशुल्क वेबसाइट बनाकर प्रदान की जाएगी।
उदाहरण:
अगर कोई व्यक्ति कश्मीर से कन्याकुमारी तक कहीं भी जाता है और स्टेशन पर उतरता है, तो उसे गाड़ी की आवश्यकता होगी, खाने के लिए रेस्टोरेंट, रहने के लिए होटल आदि की आवश्यकता होगी।
तब वह जैन क्लब ऐप खोलेंगे, और ऐप बताएगा कि इन सभी से जुड़े जैन व्यापारी कहां हैं, उनके नंबर क्या हैं और पहुंचने का मार्ग क्या है।
इस तरह समाज के लोगों के बीच आत्मीयता बढ़ेगी, व्यापार बढ़ेगा और आर्थिक क्षमता का भी विकास होगा।
जैन क्लब प्रत्येक व्यापारी को अपना प्रोफाइल भी प्रदान करेगा, जिसमें व्यापारी किसी भी ऑनलाइन पोर्टल (Amazon, Flipkart, Zomato आदि) पर बिजनेस करता हो, तो वह लिंक जोड़कर सीधे जैन समाज से बिजनेस प्राप्त कर सकेगा।
और देशभर में कहीं भी किसी भी जैन व्यक्ति को कोई वस्तु या सेवा की आवश्यकता होगी तो उसकी लीड सीधे व्यापारियों तक ऐप के माध्यम से पहुंचाई जाएगी।
? रोज़गार...
जैन समाज में वर्तमान में अधिकांश युवा प्राइवेट नौकरियों में हैं, जहां रोज़गार की स्थिरता, सम्मान और स्वाभिमान की कमी रहती है।
इसलिए हमारे युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए पूरी तंत्र-प्रणाली विकसित की गई है।
देशभर के व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन उपरांत, जब उन्हें कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, तो वे उस आवश्यकता को जैन क्लब पर पोस्ट करेंगे।
वहीं युवा-युवतियां अपनी प्रोफाइल में अपना बायोडेटा अपडेट करेंगे और ऐप उन्हें सीधे जोड़कर रोजगार दिलवाएगा।
इससे जैन समाज के युवा अपने समाज में ही कार्य कर सकेंगे, सम्मान और स्वाभिमान के साथ अपना जीवनयापन और कर्तव्य का निर्वहन कर पाएंगे।
? शिक्षा...
जैन समाज में सरकारी नौकरियों हेतु निरंतर प्रयास होते हैं, परंतु आज के समय में कोचिंग के लिए लाखों रुपये की आवश्यकता होती है जो हर कोई वहन नहीं कर सकता।
इसलिए जैन क्लब उन सभी घटकों के साथ मिलकर कार्य करेगा जो शिक्षा और रोजगार में योगदान दे सकते हैं।
जैसे, WINCOMPETE नामक एक ऐप जो समाज के ही वर्तमान RAS अधिकारी श्री प्रकाश सिंह जी द्वारा बनाया गया है — उसे जैन क्लब समाज के सभी युवाओं को निःशुल्क प्रदान करेगा।
इसमें 10 लाख से अधिक प्रश्न हैं जो भिन्न-भिन्न सरकारी परीक्षाओं हेतु हैं। इससे हर युवा अपनी तैयारी बेहतर करके सफलता प्राप्त कर सकेगा।
इसके अतिरिक्त, समाज के हर शिक्षक, कोचिंग सेंटर और होस्टल को जोड़ा जाएगा ताकि शिक्षा की दिशा में कोई भी युवा पीछे न रहे।
? इतिहास...
अपने गौरवशाली इतिहास को जैन समाज कैसे भूल सकता है?
परंतु वर्तमान में आधुनिक जीवनशैली और प्रतिस्पर्धा के कारण हमारे बच्चे इतिहास से दूर होते जा रहे हैं।
जैन क्लब समाज के गांव, गोत्र, कुलदेवी-देवता, महापुरुषों, तीर्थंकरों, स्मारकों, मंदिरों, ग्रंथों आदि का विवरण एक सामूहिक डिजिटल मंच पर उपलब्ध कराएगा।
जिससे बच्चों को भी यह ज्ञात होगा कि हमारा इतिहास क्या है, परंपराएं क्या हैं, नैतिक मूल्य और आदर्श क्या हैं।
इस प्रकार समाज के इन सभी वर्गों पर कार्य करके, जैन समाज के लिए एक नव-निर्मित, संगठित और समृद्ध भविष्य की कल्पना को जीवंत करने हेतु,
हर जैन व्यक्ति को इस क्रांति में अपना योगदान देना होगा।
तभी यह पौधा कल एक वटवृक्ष बनकर समाज को छाया और मजबूती देगा।
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